TGT-PGT शिक्षक भर्ती: 15508 पदों की भर्ती, दो माह में दो संशोधन नहीं, 18 नवंबर को विज्ञापन हुआ था रद्द, अभी संशोधित विज्ञापन का इंतजार

 TGT-PGT शिक्षक भर्ती: 15508 पदों की भर्ती, दो माह में दो संशोधन नहीं, 18 नवंबर को विज्ञापन हुआ था रद्द, अभी संशोधित विज्ञापन का इंतजार

चार साल के लंबे इंतजार के बाद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने एक भर्ती का एलान किया। 15508 पदों क लिए आवेदन शुरू हुए लेकिन, 20 दिन बाद ही विज्ञापन रद कर दिया गया। दो माह में दो संशोधन करके नया विज्ञापन जारी नहीं किया जा सका है। चयन बार्ड वेबसाइट दुरुस्त करने में जुटा है। इससे भर्ती की गाड़ी जरुर बेपटरी हो रही है। इससे हजारों प्रतियोगी परेशान हैं। उनका कहना है कि दो संशोधन में जब इतना वक्‍त लगेगा तो भर्ती कब और कैसे पूरा होगी, यह अनुमान लगाना ब्रेमानी है। 


प्रदेश के चार हजार से अधिक अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक कालेजों प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के रिक्त पद बड़ी संख्या में खाली हैं। 2019 में पहली बार चयन बोर्ड न सभी जिलों से आनलाइन आवेदन लिए था। 29 अक्टूबर को इसका विज्ञापन जारी हुआ। टीजीटी के 12913 व पीजीटी के 2595 पद रहे हैं। इसके लिए आनलाइन आवेदन भी शुरू हुए। 18 नवंबर को चयन बोर्ड न घोषित विज्ञापन रद कर दिया। इसमें कहा गया कि तदर्थ शिक्षकों को लिखित परीक्षा में प्रतियोगियों के बराबर ही अंक देने व टीजीटी में जीव विज्ञान विषय को शामिल करने के लिए विज्ञापन रद्द हो रहा है, जल्द संशोधित विज्ञापन जारी होगा। दो माह हो गया है, अब तक संशाधित विज्ञापन जारी नहीं हो सका है। चयन बोर्ड के उप सचिव नवल किशोर का कहना है कि वेबसाइट दुरुस्त होते ही जल्द संशोधित विज्ञापन आएगा।

जीव विज्ञान के पद विज्ञान से अलग : चयन बोर्ड ने पहले टीजीटी जीव विज्ञान विषय के पद घोषित नहाँ किए थ, सिर्फ विज्ञान विषय के लिए आवेदन मांगे गए थे। विज्ञापन रद करने के बाद जीव विज्ञान के लिए अधियाचन लिया गया है। चर्चा है कि विज्ञान के पदों में से ही जीव विज्ञान के पद भी घोषितहोंगे,सभी की निगाहें संशोधित विज्ञापन पर लगी हैं।

पहली बार तदर्थ शिक्षक होंगे
परीक्षा में शामिल
एडेड कातेजों की भर्ती में शीर्ष कोर्ट के
आदेश पर पहली बार तदर्थ शिक्षकों
को लिखित परीक्षा में शामिल होना है।
उन्हें चयन बोर्ड अधिकतम व प्रतिवर्ष
भारांक देने का भी ऐलान कर चुका है।
परीक्षा में तदर्थ शिक्षकों का प्रति प्रश्न
मूल्यांकन प्रतियोगियों से कम रखा गया
था। अब इसे ही दुरुस्त किया जाना है।