विद्यालयों में अब पांच घंटे बहार: कक्षा नौ से 12वीं के लिए सुबह 10 से दोपहर तीन बजे तक एक पाली में खुले स्कूल
लखनऊ : सभी बोर्ड के स्कूलों में नौ से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन सोमवार से एक पाली में शुरू हो गया। स्कूलों में सुबह 10 बजे से तीन बजे तक पांच घंटे तक बहार रही। कहीं कक्षाएं चलीं तो कहीं परीक्षाएं हुईं। सभी स्कूलों ने अभिभावकों को इस संबंध में पहले ही दिशा-निर्देश भेज दिए थे।
डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी हाईस्कूल व इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्यो को एक शिफ्ट में विद्यालय संचालित करने का निर्देश दिया गया था। अभी तक राजधानी में स्कूलों का संचालन तीन-तीन घंटों की पालियों में किया जाता था। अब एक क्लास में 20 से 25 विद्यार्थी ही बैठेंगे। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए शारीरिक दूरी का पालन नई व्यवस्था के अनुसार किया गया है। एक क्लास में अगर 40 विद्यार्थी हैं तो 20-20 के दो सेक्शन में बांटा है। दो सेक्शन के विद्यार्थी को अलग-अलग रूम में बैठाया गया है। मतलब अगर किसी क्लास में चार सेक्शन हैं तो उसमें आठ सेक्शन बनाए गए हैं, जिससे एक क्लास में कम से कम 20 और अधिकतम 25 विद्यार्थी ही कोरोना गाइड लाइन के तहत दूरी के अनुसार बैठें।
शिक्षक की मौजूदगी में भी नकल करते रहे छात्र
नेशनल इंटर कालेज में सोमवार को प्री बोर्ड परीक्षाएं चल रहीं थीं। कमरा नंबर 20 में इंटर के छात्र एक-दूसरे की कापी में ताक-झांक कर लिख रहे थे। एक शिक्षक भी वहीं मौजूद थे। फिर भी अव्यवस्था बनी रही। कक्षा नौ और 11वीं की कोई भी क्लास नहीं हो रही थी। प्रधानाचार्य राम चंद्र का कहना है कि 12 कमरों में प्री बोर्ड परीक्षाएं होने की वजह से अन्य कक्षाओं की ऑफलाइन पढ़ाई नहीं कराई जा रही। छात्र ऑनलाइन पढ़ रहे हैं। स्कूल का संचालन एक ही पाली में कर दिया गया है।
20 मिनट का लंच ब्रेक
बच्चों ने बताया कि पांच घंटे की क्लास में 20 मिनट का लंच ब्रेक भी हुआ। बच्चे अपने घरों से लंच बॉक्स और पानी की बोतल साथ लाए थे। बच्चों को क्लास से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान एक टीचर की ड्यूटी क्लास में लगाई गई थी। उन्होंने क्लास के बच्चों के साथ बैठकर लंच किया।
गुरुजन परीक्षा में, खाली बैठे विद्यार्थी
राजकीय इंटर कालेज निशातगंज में इंटर इतिहास विषय की प्री बोर्ड परीक्षा चल रही थी। छात्रों को शारीरिक दूरी के हिसाब से बैठाया गया था। नकल न हो, इसके लिए बैग आदि भी बाहर रखे गए थे। दूसरी तरफ 11वीं गणित और आट्र्स की कक्षाओं में छात्र थे, लेकिन कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। प्रधानाचार्या कमलेश कुमारी का कहना है कि प्री बोर्ड परीक्षा में शिक्षकों की ड्यूटी लगी थी। गणित के शिक्षक अवकाश पर थे।