पिता को लेकर गाड़ी में रातभर दौड़ते रहे शिक्षक नेता, वेल्टीनेटर के अभाव में मौत
गोरखपुर। पूज्य पिता के आशीर्वाद से भगवान ने वह सबकुछ दिया है जो व्यक्ति को सुखमय जीवन के लिए आवश्यक होता है । परन्तु कितना बड़ा दुर्गर्भाग्यशाली पुत्र होने का कलंक लग गया कि सबकुछ होते हुए शासन व प्रशासन के गलत नीतियों के कारण उस जन्मदाता को वेल्टीनेटर के अभाव में बचा नही सका जिसका मुझे आजीवन मलाल रहेगा ।
उक्त मलाल है राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जनपद गोरखपुर संयोजक व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मंडलीय उपाध्यक्ष भारतेन्दु यादव का जो पिता की तबियत बिगड़ने पर छात्र नेता भतीजा आकाश प्रताप यादव के साथ स्कार्पियो से इस अस्पताल से उस अस्पताल तक वेल्टीनेटर के लिए गुहार लगाते रहे परन्तु शासन व प्रशासन के गलत नीतियों के चलते कहीं भर्ती नहीं करा सके। अंत में प्रशासनिक मदद के लिए आपदा प्रबंधन का भी दर्जनों बार दरवाजा खटखटाया परन्तु कही से कोई मदद नहीं मिल सका । अंत में एक शुभचिंतक ने अपने अस्पताल में भर्ती तो किया परन्तु तबतक बहुत देर हो चुका था अंततः मंगलवार को प्रातः आँखों के सामने व्यवस्था से हार मानते हुए पिता जी गोकुलवासी हो गए । मूलतः सुल्तानपुर जिले के मूल निवासी शिक्षक नेता भारतेन्दु यादव के अवकाशप्राप्त राजस्व निरीक्षक पिता राम नवल यादव गोरखपुर के आवास विकास कॉलोनी महादेव झारखंडी टुकड़ा नम्बर एक स्थित महादेव झारखंडी मंदिर के मुख्यगेट के पास मकान बनवा कर परिवार के साथ रहते थे। मृतक रामनवल यादव का अंतिम संस्कार मंगलवार को राजघाट पर सम्पन्न हुआ। बड़े पुत्र श्यामबहादुर यादव ने पिता को मुखाग्नि दिया। मृतक के अंतिम यात्रा में मृतक की पत्नी विमला यादव, छोटे पुत्र शिक्षक नेता भारतेन्दु यादव, पुत्री शस्मिता यादव, माधुरी यादव, पुत्रवधू किरन यादव, अर्चना यादव, पौत्र छात्रनेता आकाश प्रताप यादव, प्रथम प्रकाश यादव पौत्री श्रेया यादव वरिष्ठ पत्रकार व शिक्षक नेता रमेश मणि त्रिपाठी, राजाराम यादव, संजय यादव, सूरज सिंह, जीत सिंह, शुभम यादव, राज यादव, अनिल यादव व सतीश श्रीवास्तव उर्फ शक्ति सहित अनेकों शुभचिंतक व पारिवारिक सदस्य सम्मिलित हुए।